मुझे अपने क़िरदार पर गर्व , भविष्य में भी बुराईयों के ख़िलाफ़ आवाज उठाऊँगी मैं किसी भी फ़तवे और विरोध से डरनेवाली नहीं हूँ। : नाज़नीन पटनी

मुंबई :  अयोध्या में राम मंदिर निर्माण  पर आधारित लेख़क और निर्माता वसीम रिज़वी की फिल्म रिलीज़ के एक सप्ताह पहले कई धार्मिक संगठन के विरोध का सामना कर रही है आल इंडिया उलमा बोर्ड की मध्य प्रदेश की इकाई ने फ़िल्म  राम की जन्मभूमि की अभिनेत्री नाज़नीन पटनी  और फिल्म के ख़िलाफ़ फतवा जारी किया है और फिल्म के प्रदर्शन पर बैन की माँग की है ।  
 
फिल्म के लेख़क – निर्माता वसीम रिज़वी , अभिनेत्री नाज़नीन पटनी  और सह निर्माता विवेक अग्रवाल ने फ़तवा  सम्बन्ध में  मुंबई में मिडिया को सम्बोधित किया।  अभिनेत्री नाज़नीन पटनी ने कहाकि मेरे घरवालों ने जब चैनल में मेरे ख़िलाफ़ फ़तवे की ख़बर देखीं तो एक बार टेंशन में आ गए। फ़िल्म में कुछ भी ऐसा नहीं है जिस पर मुझे कोई माफी मांगी चाहिए मैं तो फ़िल्म राम की जन्मभूमि के क़िरदार के लिए गर्व करती हूँ क्योंकि इसमें हलाला जैसी सामाजिक बुराई के ख़िलाफ़ एक आवाज़ उठायीं गयी फ़िल्म का विरोध करनेवाले मुझे इस फ़िल्म के लिये माफ़ी मांगने का दबाव बना रहे है लेकिन मैं उन्हें यह कहना चाहती हूँकि आज मेरा परिवार मेरे  साथ है मैं किसी भी फ़तवे और विरोध से डरनेवाली नहीं हूँ।  
 
सिने क्राफ्ट प्रोडक्शन के बनर तले निर्मित और सनोज मिश्रा के निर्देशन में फ़िल्म राम कीजन्मभूमि में दर्शको  अयोध्या में १९९२ से अबतक की प्रमुख घटनाओं को एक कहानी के माध्यम से प्रस्तुत  कर रही  है सबसे ख़ास बा यह हैकि वसीम रिज़वी ने खुद फ़िल्म की कहानी लिखी है साथ ही फिल्म के अधिकतम हिस्सों का  फ़िल्मांकन भी अयोध्या के  वास्तविक लोकेशन्स में किया गया है. 

ग़ौरतलब हैंकि  आल इंडिया उलमा बोर्ड मध्य प्रदेश के अध्यक्ष क़ाज़ी अनस अली नदवी ने कहा हैकि शिया वक़्फ़ बोर्ड उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष वसीम रिज़वी की फिल्म “राम की जन्म भूमि” नसिर्फ विवादित है बल्कि दो समुदायों  के बीच मे नफरत पैदा करने वाली है  इस्लाम के दो अहम और संजीदा मुद्दों को विवादित करने की कोशिश की गई है फिल्म मे बताया है की एक सुसर बहु केसाथ हलाला करता है यह पूरे तौर पर गलत है पूरी दुनिया मे इसकी मिसाल नहीं मिलती इस से साफ़ है की उन्होंने हलाला को बहुत ही गलत तौर पर पेश करा  है जो शरीयत और इस्लाम केखिलाफ है  मुस्लिम समुदाय के जज़्बात को बुरी तरह आहत किया है बोर्ड यह क़तई बर्दाश्त नहीं करेगा की शरीयत से कोई खिलवाड़ करे हम  केंद्र सरकार से मांग करते हैं की इस फिल्म केप्रदर्शन  पर रोक लगाई जाए।  

फिल्म में मनोज जोशी , गोविन्द नामदेव , नाज़मीन पटनी , राजवीर सिंह , तृषा सचदेवा और आदित्य हत्वपूर्ण किरदारों में  नज़र आएँगे गाँधीगिरी फ़िल्म से सुर्ख़ियों में रहे निर्देशक सनोज मिश्रा के निर्देशन में इस फ़िल्म कोअयोध्या के कई महत्वपूर्ण हिस्सों में फिल्माया गया है।फिल्म के सिनेमाटोग्राफर संदीप त्यागी और सह निर्माता  विवेक अग्रवाल है। उच्च न्यायालय के आदेश  और सेंसर बोर्ड द्वारा प्रमाणित होने के बाद फ़िल्म राम की जन्मभूमि  २९ मार्च २०१९ को पुरे देश में प्रदर्शन के लिए तैयार है . 

फिल्म के लेख़कऔर निर्माता वसीम रिजवी का ऐसा  मानना है कि मुस्लिम राजनैतिक रोटियाँ सेंकने वाले नेताओं और धर्म के ठेकेदारोँ पर यह फ़िल्म एक करारा प्रहार करेंगी मुस्लिम समाज को हलाला जैसी दर्दनाक कुप्रथा  के अन्धेरेपन को दर्शको के सामने प्रस्तुत करेगीयह फिल्म सवाल करती है राममंदिर कब तक एक मुद्दा बना रहेगा ? आधुनिक समाज़ में रूढ़िवादी हलाला प्रथा से मिली मानसिक प्रताड़नाकब तक  ?  हलाला की आड़ मेंअपनी बहु से शारीरिक संबंधों का अंत कितना भयानक होगा ? सवाल ज्वलंत  है तो जवाब भी जव्लंत होंगेंहम फ़िल् में वह सब कुछ दिखा रहे है जो एक सभ्य  मुस्लिम समाज़ में नहीं होना चाहिए मुझे पता हैकि धर्म के पाखंडी ठेकेदार और मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करनेवाले नेताओं के लिए यह फ़िल्म बहुत चुभनेवाली है लेकिन हम इस फ़िल्मके साथ देश में राम जन्भूमि पर मंदिर के निर्मा के साथ ही हलाला जैसे शर्मनाक बुराई को समाज से जल्द से जल्द मिटाना चाहते है.

Share and Enjoy !

Shares

Related posts