जयपुर। 21 साल तक साथ रहने के बाद आखिरकार राजस्थान की पूर्व राजकुमारी दीया कुमारी और उनके पति नरेंद्र सिंह की राहें जुदा हो गईं। मंगलवार को एक फैमिली कोर्ट ने उनकी तलाक याचिका स्वीकार करते हुए डिक्री प्रदान कर दी। अब यह दंपती कानूनी रूप से अलग हो चुका है और उनके बीच पति-पत्नी के संबंध खत्म हो चुके हैं।राजस्थान के अंतिम महाराज बृज भवानी सिंह की बेटी दीया कुमारी ने अगस्त, 1997 में राजपरिवार और राजपूत समाज के विरोध के बावजूद नरेंद्र सिंह से प्रेम विवाह किया था। 47 वर्षीय दीया कुमारी बीजेपी विधायक भी रह चुकी हैं। उनके और नरेंद्र सिंह के दो बेटे और एक बेटी है।कुछ समय से दीया कुमारी और नरेंद्र सिंह एक-दूसरे से अलग रह रहे थे। कुछ महीने पहले दोनों ने एक-दूसरे से अलग होने का फैसला लिया था। फिर इन्होंने जयपुर के गांधी नगर स्थित फैमिली कोर्ट में आपसी सहमति से तलाक की अर्जी दाखिल की।पिछले साल दिसंबर में जब यह खबर सार्वजनिक हुई तो दंपती ने एक बयान जारी कर बताया था कि हमने आपसी सहमति से एक-दूसरे से अलग होने का फैसला लिया है। यह हमारे लिए बेहद निजी मुद्दा है इसलिए हम इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं। नरेंद्र सिंह एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं। नौ सालों तक चले रिश्ते के बाद उन्होंने दीया कुमारी से विवाह किया था। दोनों का गोत्र एक ही होने की वजह से उनकी शादी से राजपरिवार और राजपूत समुदाय के लोग खुश नहीं थे। अपनी दादी राजमाता गायत्री देवी के पद चिह्नों पर चलते हुए दीया कुमारी ने वर्ष 2013 में राजनीति में प्रवेश किया। उन्होंने सवाई माधोपुर से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा और विधायक बनीं। हाल ही में राजस्थान में हुए विधानसभा चुनावों में दीया कुमारी ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए चुनाव लडऩे से मना कर दिया था। उस समय ऐसा अनुमान लगाया गया कि वह आगामी लोकसभा चुनाव में जयपुर से अपनी उम्मीदवारी पेश कर सकती हैं।
पति से अलग हो गईं राजस्थान की पूर्व राजकुमारी दीया
