पूर्व सीएम गेगांग अपांग ने बीजेपी से दिया इस्तीफा

ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री गेगांग अपांग ने भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। भारत में दूसरे सबसे ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री रहे अपांग ने कहा है कि भाजपा अब पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के सिद्धांतों का पालन नहीं कर रही है। अपांग ने मंगलवार को अपना इस्तीफा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को भेजा था।उत्तर पूर्व क्षेत्र में बीजेपी के पहले सीएम रहे गेगांग अपांग ने अपने इस्तीफे में कहा, ‘मुझे यह देखकर निराशा हुई कि बीजेपी इस समय स्वर्गीय वाजपेयी जी के सिद्धांतों का पालन नहीं कर रही है। पार्टी अब सत्ता पाने का जरिया बन गई है।Ó उन्होंने कहा कि पार्टी ऐसे लोगों के नेतृत्व में काम कर रही है, जो विकेंद्रीकरण या लोकतांत्रिक फैसले नहीं लेते और जिन मूल्यों के लिए पार्टी की स्थापना की गई थी, उन पर विश्वास नहीं करते हैं। अपांग ने कहा, ‘बीजेपी और केंद्र सरकार सरकारी योजनाओं को आमलोगों तक पहुंचाने के मुद्दे पर नाकाम रही है। नगा शांति वार्ता, चकमा-हाजोंग मुद्दा, नागरिकता बिल, दूरसंचार व वास्तविक समय में डिजिटल कनेक्टिविटी के साथ ही बांग्लादेश, म्यांमार और चीन जैसे पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण संबंध स्थापित करने जैसे अहम मुद्दों का समाधान खोजने में मोदी सरकार नाकाम रही है।’गेगांग अपांग ने यह भी कहा कि 2014 में अरुणाचल प्रदेश के लोगों ने बीजेपी को सरकार बनाने का जनादेश नहीं दिया था। बीजेपी नेतृत्व ने डर्टी ट्रिक्स का इस्तेमाल कर दिवंगत कलिखो पुल को मुख्यमंत्री बनाया था। उन्होंने कहा, सुप्रीम कोर्ट के एक प्रतिकूल फैसले के बावजूद, बीजेपी ने राज्य में सरकार बनाई। पुल की आत्महत्या के मामले में भी उचित जांच नहीं की गई और न ही वर्तमान बीजेपी नेतृत्व ने पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में सरकार बनाने में नैतिकता का ख्याल रखा।

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