देश का पहला ई-चार्जिंग स्टेशन बनाने की तैयारी

खड़पुर में ई-रिक्शा के लिए एक प्रायोगिक छोटा ई-चार्जिंग स्टेशन तैयार किया गया है।
कोलकाता। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) खडग़पुर और अर्का रीन्यूएबल एनर्जी कॉलेज ने राज्य में वाणिज्यिक स्तर का एक ई-वाहन चार्जिंग स्टेशन खोलने की योजना तैयार की है। इस संबंध में दोनों ने एक प्रस्ताव विज्ञान एवं तकनीकी विभाग के पास जमा कराया है। बंगाल नेशनल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (बीएनसीसीआइ) के एक कार्यक्रम से अलग अर्का कॉलेज के प्रमुख एसपी गनचौधरी ने कहा कि देश में इस स्तर की यह पहली परियोजना होगी। उन्होंने कहा, इस परियोजना की लागत 80 लाख से एक करोड़ रुपये के बीच होगी। हम इसके लिए एक उपयुक्त स्थान की तलाश कर रहे हैं। आइआइटी खडग़पुर इसके लिए हमें तकनीकी सहायता उपलब्ध कराएगा।
एक दिन में 500 कारें होंगी चार्ज : गनचौधरी के मुताबिक, इस स्टेशन की क्षमता 250 किलोवाट घंटा होगी, जो एक दिन में 500 कारों तक चार्ज करने में सक्षम होगा। अभी खड़पुर में ई-रिक्शा के लिए एक प्रायोगिक छोटा ई-चार्जिंग स्टेशन तैयार किया गया है। यह दिखाता है कि इस प्रक्रिया का वाणिज्यिक तौर पर दोहन किया जा सकता है।
प्रदूषण रोकने के लिए जरूरी : वायु प्रदूषण का एक बड़ा कारण पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहन हैं। भारत सरकार का लक्ष्य है कि 2030 तक वाहनों का पूरा बेड़ा बिजली से चलने वाला बन सके। ऐसे में यदि ई-वाहन परंपरागत जीवाश्म ईंधन शक्ति से चार्ज किए जाएंगे तो पर्यावरण को कोई लाभ नहीं मिलेगा। पर्यावरण को ई वाहनों का लाभ मिले इसके लिए जरूरी है कि इन्हें अक्षय ऊर्जा से चार्ज किया जाए।

Share and Enjoy !

Shares

Related posts