कड़ी सुरक्षा के बीच आगरा पहुंचे योगी आदित्यनाथ

आगरा। ताजमहल को लेकर भाजपा के मंत्रियों और नेताओं के विवादित बयानों की पृष्ठभूमि में 17वीं सदी की इस अद्भुत इमारत का दीदार करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज आगरा पहुंचे हैं। आज सुबह आगरा पहुंचे मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए शहर में 14,000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। आदित्यनाथ ताजमहल का दीदार करने वाले उार प्रदेश में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री होंगे। खैरिया हवाई अड्डे पर उतरने के बाद मुख्यमंत्री नांगला गांव गये जहां वह रबड़ चेक डैम का निरीक्षण करेंगे। वह काचपुरा गांव भी जाएंगे। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री की यात्रा के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 14,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि ताजमहल पर्यटकों के लिस सामान्य दिन की तरह खुला रहेगा। प्रवेश प्रक्रिया में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि सुरक्षा जरूर चाक-चौबंद की गयी है। निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक मुख्यमंत्री आज ताजमहल में करीब 30 मिनट गुजारेंगे। इससे पहले वह पास के ही शाहजहां पार्क का भ्रमण भी करेंगे। योगी ताज महल के पश्चिमी द्वार के पास 500 भाजपा कार्यकर्ताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ वृहद स्वच्छता अभियान शुरू करेंगे। पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने यहां बताया कि मुख्यमंत्री ताज महल के अंदर के सभी स्थानों का भ्रमण करेंगे। योगी भाजपा के ऐसे पहले मुख्यमंत्री होंगे, जो ताज महल का भ्रमण करेंगे। वह ताज महल से आगरा किले के बीच पर्यटक मार्ग की आधारशिला भी रखेंगे। अवस्थी ने बताया कि राज्य सरकार पहले ही घोषणा कर चुकी है कि वह ताजनगरी में पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से विकास योजनाओं पर 370 करोड़ रुपये खर्च करेगी। आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार, ताज महल का दीदार करने के अलावा आदित्यनाथ आगर में विभिन्न विका परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। योगी का यह दौरा इसलिये महत्वपूर्ण है, क्योंकि ताज महल अनेक विवादास्पद बयानों और परिघटनाओं की वजह से चर्चा में है। सबसे पहले पर्यटन विभाग की पुस्तिका में ताज महल को शामिल नहीं किये जाने को लेकर विवाद उठा था। उसके बाद भाजपा विधायक संगीत सोम ने इस इमारत को भारतीय संस्कृति पर धब्बा बताते हुए नया विवाद पैदा कर दिया था। भाजपा के राज्यसभा सांसद विनय कटियार ने इसे तेजो महालय करार देते हुए इस विवाद को और हवा दे दी थी। इस विवाद के बीच, गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी ने ताजमहल को भारतीयों के खून पसीने से बनी इमारत बताते हुए इसे विस्तरीय करार दिया था। यह बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान दिये गए उनके बयान के बिल्कुल विपरीत था। चुनाव प्रचार के दौरान योगी ने कहा था कि ताजमहल भारतीय संस्कृति को नहीं दर्शाता है और विदेश से आने वाले गणमान्य लोगों को ताजमहल की प्रतिकृति के स्थान पर गीता की प्रति भेंट करनी चाहिए। करीब दो साल पहले प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ताजमहल का दीदार करने आये थे। अखिलेश वैलेंटाइन डे के दिन यहां आये थे और पत्नी डिंपल यादव के साथ ताजमहल के सामने बेंच पर बैठकर तस्वीर खिंचवायी थी।

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