हरि सिंह के पौत्र और कर्ण सिंह के बेटे का एमएलसी से इस्तीफा

जम्मू  । अंतिम डोगरा शासक महाराजा हरि सिंह के पौत्र विक्रमादित्य सिंह ने जम्मू से भेदभाव के खिलाफ पीडीपी और एमएलसी पद से त्याग पत्र दे दिया है। विक्रमादित्य ने कहा कि वह जब भी जम्मू का कोई मुद्दा उठाते थे, उन्हें पार्टी से साइड लाइन किया जाता था। महाराजा हरि सिंह की जयंती पर छुट्टी का प्रस्ताव पारित होने के बावजूद सरकारी छुट्टी न करवाना दर्शाता है कि उनकी उपेक्षा हो रही है। सरकारी नौकरियों से लेकर विकास तक हर क्षेत्र में जम्मू व लद्दाख की अनदेखी हो रही है। जब तक सभी संभागों को क्षेत्रीय स्वायत्तता नहीं मिल जाती, उनके जिलों के हितों की रक्षा संभव नहीं है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कर्ण सिंह के बेटे विक्रमादित्य ने ने कहा कि चार वर्ष पहले स्वर्गीय मुफ्ती मुहम्मद सईद ही उन्हें राजनीति में लाए थे। वह सभी को साथ लेकर चलने पर विचार करते थे। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उनकी सोच में जमीन आसमान का अंतर है। मुख्यमंत्री की सोच सिर्फ एक समुदाय विशेष और कश्मीर केंद्रित है। जब से महबूबा ने नेतृत्व संभाला है, राज्य भर में अराजकता का माहौल है। उनकी सोच के साथ चलना उनके लिए मुश्किल हो रहा था, इस कारण उन्होंने पार्टी से त्यागपत्र देना ठीक समझा।

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