गोरखपुर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में बन रहे नए फर्टिलाइजर कारखाने में गैस प्राप्ति केन्द्र के भूमि पूजन के मौके पर कहा कि किसी भी सभ्यता के चिरंजीवी रहने के लिए विकास बहुत ही जरूरी है। उन्होंने कहा कि विकास की प्रक्रिया के तहत ही यहां पर पुराने कारखाने के स्थान पर नया कारखाना लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह कारखाना आधुनिक तकनीक के प्रयोग के लिए जाना जाएगा तथा इसके निर्माण में सबसे कम समय भी लगेगा। इस कारखाने की तकनीक न केवल विश्वस्तरीय होगी बल्कि यहां पर ऊर्जा की खपत काफी कम होगी।
योगी ने कहा कि इस कारखाने में अमोनिया का यूरिया में रूपान्तरण 99 प्रतिशत तक होगा। इस कारखाने में ऐसी तकनीक का प्रयोग किया जाएगा जिससे कि आस पास के क्षेत्रों पर इसका दुष्प्रभाव नहीं होगा। इससे सल्फर डाई आक्साइड का उत्सर्जन न के बराबर होगा। उन्होंने कहा कि कारखाने की उत्पादन क्षमता 13 लाख मीट्रिक टन प्रति वर्ष होगी तथा इससे यूपी व आस पास के राज्यों को आपूर्ति की जाएगी। इसके आस पास के किसानों को तकनीक भी दी जाएगी जिससे उनकी फसलों का उत्पादन बढ़ सके। उन्होंने कहा कि इस कारखाने के आरंभ होने से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे तथा आस पास कई गतिविधियां आरंभ होंगी। यह कारखाना 26 वर्ष के बाद प्रधानमंत्री के विशेष प्रयास से आरंभ हो रहा है।
योगी ने कहा कि भारत को विकसित व समर्थ बनाने के लिए यूपी को विकसित और समर्थ बनाना जरूरी है। इसके लिए पिछले 15 वर्ष से सूबे में चली आ रही जातिवाद और तुष्टीकरण की राजनीति को खत्म करना जरूरी है। इसके साथ ही राजनीति के केन्द्र में गांव गरीब किसान और नौजवान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार ने 86 लाख किसानों के फसली कर्ज माफ कर उन्हें सम्मान दिया है। आने वाले पांच वर्ष में उनकी आमदनी को दुगना करने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए उत्पादन को बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। किसान को उसकी फसल का उचित मूल्य दिलाने की भी व्यवस्था की गई है। इस बार सरकार ने 37 लाख मीट्रिक टन गेंहू की खरीद करने के साथ ही उनके खाते में पैसा भेजा है। सरकार ने गन्ना किसानों के लिए भी योजना बनाई है। उन्होंने समारोह में मौजूद आईओसी के अधिकारियों से कहा कि वे बायोडीजल बनाने के कारखाने को लगाने की योजना बनाए तथा सरकार इसके लिए जमीन देगी।