गोरखपुर विश्वविद्यालय का 36वा दीक्षा समारोह 22 नवंबर को

गोरखपुर । दीनदयाल उपाध्याय गोररखपुर विश्वविद्यालय का 36वां दीक्षा समारोह 22 नवंबर को होगा। इस वर्ष प्रख्यात भौतिकविद् पद्मविभूषण जयंत विष्णु नार्लीकर को विश्वविद्यालय ने बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया है। दीक्षा समारोह में एक ओर जहां मेधावियों को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जाएगा वहीं मुख्य अतिथि डा. नार्लीकर को डॉक्टर आफ साइंस की मानद उपाधि से विभूषित भी किया जाएगा।
समारोह के सफल आयोजन के लिए कुलपति प्रो. वीके सिंह ने विभिन्न कमेटियों का गठन कर दिया।  हुई बैठक में कुलपति ने सभी समितियों को उनके दायित्वों के निर्वहन के बारे में जरूरी निर्देश देते हुए अपेक्षा की कि वे सभी दिवाली अवकाश से पूर्व अपनी योजना प्रस्तुत कर देंगे। कुलपति ने कहा कि दीक्षा समारोह विश्वविद्यालय का सर्वोच्च अकादमिक पर्व है, इसलिए इसे पूरी गरिमा के साथ आयोजित करने के लिए समूचा विश्वविद्यालय परिवार प्रतिबद्ध है। समारोह दीक्षा भवन में ही होगा।
मुख्य अतिथि डा. जयंत का परिचय : 36वें दीक्षा समारोह के मुख्य अतिथि जयंत विष्णु नार्लीकर प्रसिद्ध भारतीय भौतिक वैज्ञानिक हैं। जिन्होंने विज्ञान को लोकप्रिय बनाने के लिए अंग्रेजी, हिंदी और मराठी में अनेक पुस्तकें लिखी हैं। ये ब्रह्माण्ड के स्थिर अवस्था सिद्धान्त के विशेषज्ञ हैं और फ्रेड हॉयल के साथ भौतिकी के हॉयल-नार्लीकर सिद्धान्त के प्रतिपादक हैं। नार्लीकर को अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। इन पुरस्कारों में प्रमुख हैं, स्मिथ पुरस्कार(1962), पद्म भूषण (1965), एडम्स पुरस्कार (1967), शांतिस्वरूप पुरस्कार (1979), इंदिरा गाधी पुरस्कार(1990), कलिंग पुरस्कार (1996) पद्म विभूषण(2004), महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार (2010)। नार्लीकर न केवल विज्ञान में किए गए कार्य के लिए जाने जाते हैं, बल्कि विज्ञान को लोकप्रिय बनाने में भी पहचाने जाते हैं

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