नई दिल्ली । केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को गुजरात के कांडला पोर्ट को नया नाम दिया। अब कांडला पोर्ट दीनदयाल बंदरगाह के नाम से जाना जाएगा। कच्छ के रण में स्थित कांडला पोर्ट ट्रस्ट देश के 12 सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुझाव पर कांडला पोर्ट का नाम बदला गया है। इसके अलावा कैबिनेट ने भारत और लिथुआनिया के बीच प्रत्यर्पण संधि के हस्ताक्षर और अनुमोदन को मंजूरी के साथ म्यांमार के यामेथिन में महिलाओं के पुलिस प्रशिक्षण केंद्र के उन्नयन पर भारत और म्यांमार के समझौता ज्ञापन को भी स्वीकृति दी। गुजरात में मौजूद 40 पोर्ट में से कांडला एक था, जिसका नाम अब मोदी कैबिनेट ने बदल दिया है। जहाजरानी मंत्रालय ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है। नया नाम तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। मंत्रालय के आदेशानुसार, केंद्रीय सरकार ने भारतीय पोर्ट अधिनियम-1908 के अंतर्गत प्राप्त शक्तियों के आधार पर कांडला पोर्ट ट्रस्ट का नाम संशोधित कर दीन दयाल पोर्ट ट्रस्ट किया है। उल्लेखनीय है कि कांडला बंदरगाह पर विभिन्न परियोजनाओं का शुभारंभ करते हुए मई महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह सुझाव दिया था कि कांडला पोर्ट का नाम बदलकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय पोर्ट कर देना चाहिए। पंडित दीन दयाल उपाध्याय जन्मशती समारोह के समापन के अवसर पर जहाजरानी मंत्रालय ने कांडला पोर्ट के नए नामकरण से संबंधित आदेश जारी किया।
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